🌸 SAGES Singpur : स्वतंत्रता दिवस समारोह में प्राचार्य डॉ. वी.पी. चंद्रा का सम्मान और स्मार्ट क्लास की नई पहल
प्रस्तावना
भारत का स्वतंत्रता दिवस केवल एक राष्ट्रीय पर्व नहीं है, बल्कि यह देश की एकता, गर्व और प्रगति का प्रतीक है। हर वर्ष 15 अगस्त को पूरे देशभर में यह दिवस धूमधाम से मनाया जाता है। विद्यालयों और शिक्षण संस्थानों में भी यह दिवस विशेष रूप से मनाया जाता है क्योंकि शिक्षा ही किसी भी राष्ट्र की असली ताकत होती है।
इसी क्रम में जिला स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह में इस बार एक अनोखी झलक देखने को मिली, जब SAGES Singpur के प्राचार्य डॉ. वी.पी. चंद्रा को कलेक्टर और कुरुद विधायक माननीय अजय चंद्राकर की उपस्थिति में सम्मानित किया गया। यह सम्मान केवल एक व्यक्ति का नहीं बल्कि पूरे विद्यालय, विद्यार्थियों और शिक्षा क्षेत्र में हो रहे नवाचार का प्रतीक है।
कार्यक्रम की पृष्ठभूमि
जिला स्तरीय स्वतंत्रता दिवस का आयोजन इस बार विशेष रहा। मुख्य अतिथि के रूप में माननीय अजय चंद्राकर (विधायक कुरुद) एवं जिला प्रशासन के प्रमुख कलेक्टर श्री अविनाश मिश्रा समारोह में उपस्थित रहे। इस अवसर पर जिले के विभिन्न विद्यालयों, शिक्षकों, विद्यार्थियों और सामुदायिक संगठनों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
कार्यक्रम में ध्वजारोहण, परेड, सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ और विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वालों का सम्मान किया गया। इन्हीं में से एक महत्वपूर्ण क्षण रहा जब SAGES Singpur के प्राचार्य डॉ. वी.पी. चंद्रा को शिक्षा और सामुदायिक सहभागिता के क्षेत्र में उनके अद्वितीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
प्राचार्य डॉ. वी.पी. चंद्रा का योगदान
SAGES Singpur के प्राचार्य डॉ. वी.पी. चंद्रा लंबे समय से विद्यालय और शिक्षा क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए जाने जाते हैं।
उनका मानना है कि शिक्षा केवल पाठ्यपुस्तकों तक सीमित नहीं होनी चाहिए बल्कि इसमें तकनीकी, सामाजिक और सांस्कृतिक मूल्यों का समावेश होना चाहिए।
उनके नेतृत्व में विद्यालय ने न केवल शैक्षणिक क्षेत्र में बल्कि डिजिटल लर्निंग और स्मार्ट क्लास की स्थापना में भी उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हासिल की हैं।
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सामुदायिक सहभागिता को बढ़ावा देकर विद्यालय को समाज से जोड़ना।
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विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए प्रेरित करना।
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तकनीकी शिक्षा पर जोर देकर ग्रामीण छात्रों को डिजिटल युग से जोड़ना।
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विद्यार्थियों को अनुशासन, नैतिकता और सामाजिक मूल्यों का मार्गदर्शन देना।
इन्हीं प्रयासों के चलते उन्हें स्वतंत्रता दिवस समारोह में विशेष सम्मान से नवाजा गया।
सामुदायिक सहभागिता की महत्ता
विद्यालय और समाज का आपसी संबंध शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाता है।
SAGES Singpur इस दिशा में लगातार प्रयासरत है। विद्यालय प्रशासन, शिक्षक, ग्राम पंचायत और अभिभावक मिलकर शिक्षा के स्तर को ऊँचाई तक पहुँचाने में योगदान दे रहे हैं।
समुदायिक सहभागिता के अंतर्गत—
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गाँव के लोगों ने विद्यालय के लिए सहयोग राशि प्रदान की।
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पंचायत द्वारा विद्यालय को तकनीकी उपकरण उपलब्ध कराए गए।
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अभिभावकों ने बच्चों को नियमित रूप से पढ़ाई के लिए प्रेरित किया।
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विद्यालय में आयोजित सांस्कृतिक और शैक्षणिक गतिविधियों में समाज की सक्रिय भागीदारी रही।
यही कारण है कि आज SAGES Singpur जिले के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों में गिना जाता है।
स्मार्ट क्लास की स्थापना – तकनीकी शिक्षा की दिशा में बड़ा कदम
आज के दौर में शिक्षा को डिजिटल तकनीक के बिना पूर्ण नहीं माना जा सकता।
स्मार्ट क्लास की स्थापना ने SAGES Singpur को नई पहचान दी है।
स्मार्ट क्लास के लाभ:
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विद्यार्थियों को वीडियो, ऑडियो और डिजिटल सामग्री के माध्यम से पढ़ाई का अवसर।
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कठिन विषयों को रोचक और सरल तरीके से समझना।
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प्रतियोगी परीक्षाओं की बेहतर तैयारी।
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ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थियों को भी शहरों जैसी सुविधाएँ।
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डिजिटल इंडिया अभियान से सीधा जुड़ाव।
स्मार्ट क्लास का यह प्रयास प्राचार्य डॉ. वी.पी. चंद्रा की दूरदर्शिता और प्रशासन व विधायक के सहयोग का परिणाम है।
विद्यालय और समाज का आपसी सहयोग
विद्यालय की सफलता का मूल आधार समाज का सहयोग है।
ग्राम पंचायत, जनप्रतिनिधि, अभिभावक और स्थानीय संगठनों ने मिलकर विद्यालय को संसाधनों से समृद्ध किया है।
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पंचायत की ओर से स्मार्ट टीवी, प्रोजेक्टर और इंटरनेट की सुविधा प्रदान की गई।
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महिला समूहों ने बालिकाओं की शिक्षा में विशेष योगदान दिया।
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सामाजिक कार्यकर्ताओं ने समय-समय पर कैरियर गाइडेंस और मोटिवेशनल लेक्चर दिए।
यह सहयोग ही SAGES Singpur को अलग पहचान दिलाता है।
विद्यार्थियों के लिए फायदे
स्मार्ट क्लास और सामुदायिक सहभागिता से विद्यार्थियों को कई लाभ मिलेंगे—
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डिजिटल कंटेंट के माध्यम से पढ़ाई सरल और रोचक बनेगी।
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ऑनलाइन शिक्षा और सरकारी योजनाओं तक पहुँच आसान होगी।
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प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी बेहतर होगी।
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विद्यार्थियों का आत्मविश्वास और व्यक्तित्व विकास होगा।
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ग्रामीण क्षेत्र के बच्चे भी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर सकेंगे।
अभिभावक और पंचायत की भूमिका
विद्यालय की प्रगति में अभिभावकों और पंचायत की भूमिका भी सराहनीय रही।
अभिभावक बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं और पंचायत लगातार विद्यालय की सुविधाओं को बढ़ाने में सहयोग कर रही है।
यह साझेदारी भविष्य में और भी मजबूत होगी और शिक्षा की नई मिसाल पेश करेगी।
भविष्य की संभावनाएँ
भविष्य में SAGES Singpur को डिजिटल शिक्षा, खेलकूद, कला-संस्कृति और अनुसंधान के क्षेत्र में नई ऊँचाइयाँ हासिल करनी हैं।
विद्यालय प्रबंधन का लक्ष्य है कि—
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प्रत्येक विद्यार्थी को डिजिटल लर्निंग टूल्स उपलब्ध हों।
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ग्रामीण क्षेत्र की बालिकाएँ उच्च शिक्षा की ओर अग्रसर हों।
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विद्यालय से निकलने वाले विद्यार्थी राज्य और राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाओं में सफल हों।
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शिक्षा के साथ-साथ नैतिकता और संस्कारों पर भी जोर दिया जाए।
निष्कर्ष
जिला स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह में SAGES Singpur के प्राचार्य डॉ. वी.पी. चंद्रा का सम्मान केवल व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं बल्कि पूरे विद्यालय, विद्यार्थियों और समाज की सामूहिक मेहनत का परिणाम है।
स्मार्ट क्लास की स्थापना और सामुदायिक सहभागिता शिक्षा क्षेत्र में एक नया अध्याय जोड़ रही है।
आज SAGES Singpur पूरे जिले के लिए प्रेरणा बन चुका है और आने वाले समय में यह विद्यालय शिक्षा, तकनीक और समाजिक विकास का केंद्र बनेगा।
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