संकुल सिंगपुर के छोटे से आदिवासी गाँव सिरकट्टा में शिक्षा की बड़ी पहल – गाँव वालों और अधिकारियों के सहयोग से बदली स्कूल की तस्वीर-प्रधान पाठक श्री टिकेश्वर ध्रुव
📍 स्थान:
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गाँव: सिरकट्टा
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विद्यालय: शासकीय प्राथमिक शाला सिरकट्टा
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संकुल केंद्र: सिंगपुर
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विकासखंड: मगरलोड
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जिला: धमतरी
आदिवासी बहुल गाँव में शिक्षा की नई रोशनी
छत्तीसगढ़ के धमतरी ज़िले के मगरलोड विकासखंड के छोटे से आदिवासी बहुल गाँव सिरकट्टा की पहचान अब बदल रही है। जंगल और परंपरागत जीवनशैली के लिए प्रसिद्ध यह गाँव अब शिक्षा की नई मिसाल पेश कर रहा है।
यहाँ के ग्रामीण और शिक्षक मिलकर साबित कर रहे हैं कि अगर सोच सकारात्मक हो और सामूहिक प्रयास किए जाएँ, तो शिक्षा में किसी भी तरह की कमी को दूर किया जा सकता है।
इसी कड़ी में शासकीय प्राथमिक शाला सिरकट्टा ने एक ऐतिहासिक कदम उठाया – गाँव वालों के सहयोग से स्मार्ट टी.वी. और कंप्यूटर सेटअप स्थापित किए गए, ताकि बच्चे डिजिटल शिक्षा से जुड़ सकें।
संकुल प्राचार्य डॉ. वी.पी. चंद्रा के मार्गदर्शन में नई दिशा
इस पहल के पीछे संकुल प्राचार्य डॉ. वी.पी. चंद्रा का विशेष मार्गदर्शन रहा।
"डिजिटल संसाधन केवल शहरों तक सीमित न रहें। गाँव का हर बच्चा भी स्मार्ट टी.वी. और कंप्यूटर जैसे साधनों से सीख सके।" – डॉ. वी.पी. चंद्रा
विद्यालय परिवार और शिक्षकों की मेहनत
प्रधान पाठक श्री टिकेश्वर ध्रुव और सहायक शिक्षक श्री लोमश मरकाम ने मिलकर पालकों और ग्रामीणों के साथ लगातार बैठकें आयोजित कीं।
बैठकों में प्रमुख बातें:
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डिजिटल शिक्षा की ज़रूरत: केवल किताबें नहीं, व्यावहारिक शिक्षा की ओर बढ़ना ज़रूरी।
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स्मार्ट टी.वी. और कंप्यूटर का महत्व: बच्चों को नई तकनीक से जोड़ना।
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भविष्य की तैयारी: प्रतियोगी परीक्षाओं और बड़े अवसरों के लिए तकनीकी ज्ञान अनिवार्य।
गाँव वालों का अनोखा योगदान – शिक्षा के लिए सामूहिक सहयोग
ग्रामीणों ने स्वेच्छा से आर्थिक सहयोग किया।
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किसी ने नकद राशि दी।
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किसी ने अपनी उपज बेचकर योगदान दिया।
सभी का उद्देश्य – "हमारे बच्चों का भविष्य उज्ज्वल होना चाहिए।"
इसी सहयोग से स्मार्ट टी.वी. और कंप्यूटर सेटअप खरीदे गए।
भव्य उद्घाटन – अधिकारियों और ग्रामीणों की उपस्थिति में
विद्यालय में स्मार्ट टी.वी. और कंप्यूटर सेटअप का उद्घाटन भव्य समारोह के रूप में किया गया।
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उपस्थित अतिथि: ज़िला शिक्षा विभाग के अधिकारी, पंचायत प्रतिनिधि, ग्राम प्रमुख और आसपास के गणमान्य नागरिक।
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कार्यक्रम की शुरुआत: दीप प्रज्वलन और सामूहिक शुभारंभ।
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अधिकारियों का संदेश:
"सिरकट्टा गाँव का यह प्रयास पूरे जिले के लिए प्रेरणास्रोत है।"
स्मार्ट टी.वी. और कंप्यूटर – बच्चों के लिए नई सीख की दुनिया
अब शासकीय प्राथमिक शाला सिरकट्टा में बच्चे डिजिटल संसाधनों से सीख रहे हैं:
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स्मार्ट टी.वी.: एनसीईआरटी वीडियो, शैक्षणिक कार्टून, रोचक एनिमेशन।
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कंप्यूटर: बेसिक डिजिटल स्किल्स, टाइपिंग, प्रैक्टिकल सॉफ़्टवेयर ट्रेनिंग।
इससे बच्चे डिजिटल युग के अनुरूप शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं और उनका आत्मविश्वास बढ़ रहा है।
पालकों की बदलती सोच – शिक्षा बनी प्राथमिकता
ग्रामीणों की सोच में बड़ा बदलाव आया।
"पहले हमें लगता था कि कंप्यूटर सिर्फ शहरों में काम आता है। अब समझ आया कि अगर हमारे बच्चे इसे सीखेंगे तो उनका भविष्य अच्छा होगा।" – एक पालक
भविष्य की योजनाएँ – शिक्षा में नई ऊँचाइयाँ
विद्यालय और ग्रामीणों की अगली योजनाएँ:
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डिजिटल लाइब्रेरी का निर्माण।
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ई-लर्निंग कोर्सेज की शुरुआत।
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बेसिक से एडवांस कंप्यूटर ट्रेनिंग।
निष्कर्ष – सामूहिक प्रयास की ताकत
सरकट्टा गाँव का यह उदाहरण बताता है:
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सही दिशा में प्राचार्य का मार्गदर्शन।
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शिक्षकों की मेहनत।
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पालकों और ग्रामीणों का सहयोग।
अगर सब एक साथ आएं, तो गाँव का बच्चा भी डिजिटल शिक्षा की रोशनी में आगे बढ़ सकता है।
"सिरकट्टा गाँव के सामूहिक प्रयास और शिक्षकों की लगन को सलाम। यही पहल आने वाले समय में शिक्षा को गाँव-गाँव तक पहुँचाने की असली ताकत बनेगी।"



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